हिंदी आध्यात्मिक दोहे पहेलियाँ – Hindi Adhyatmik Dohe Paheliyan
Hindi Adhyatmik Dohe Paheliyan – ये पहेलियाँ काफी पुराने जमाने की है इन्हे हम अपने अपने दादा दादी नाना नानियो से सुनते हुए आ रहे है | इन पहेलियों में काफी गूढ़ ज्ञान अपनी देशी भाषा में समाहित रहता है, इन एक दो दोहे में काफी गहरी समझ की बात बता देते है | एक तरह की कविता रहती है तो आसानी से याद भी हो जाती है इन पहेलियों को हम आध्यात्मिक दोहे भी कहते है ये पहेलियाँ गांव के लोगो को कंठस्थ रहती है इसी के द्वारा वो अपने बच्चो को ज्ञान देते है–
हिंदी पहेली दोहा-1
उज्जवल बरन अधीन तन, एक चित्त दो ध्यान।
देखत मैं तो साधु है, पर निपट पाप की खान।।
हिंदी पहेली दोहा -2
एक नारी के हैं दो बालक, दोनों एकहि रंग।
एक फिरे एक ठाढ़ा रहे, फिर भी दोनों संग।
हिंदी पहेली दोहा -3
आगे-आगे बहिना आई, पीछे-पीछे भइया।
दाँत निकाले बाबा आए, बुरका ओढ़े मइया।।
हिंदी पहेली दोहा-4
चार अंगुल का पेड़, सवा मन का पत्ता।
फल लागे अलग अलग, पक जाए इकट्ठा।।
हिंदी पहेली दोहा-5
अचरज बंगला एक बनाया, बाँस न बल्ला बंधन धने।
ऊपर नींव तरे घर छाया, कहे खुसरो घर कैसे बने।।
हिंदी पहेली दोहा-6
माटी रौदूँ चक धर्रूँ, फेर्रूँ बारम्बर।
चातुर हो तो जान ले मेरी जात गँवार।।
हिंदी पहेली दोहा-7
गोरी सुन्दर पातली, केहर काले रंग।
ग्यारह देवर छोड़ कर चली जेठ के संग।।
हिंदी पहेली दोहा-8
ऊपर से एक रंग हो और भीतर चित्तीदार।
सो प्यारी बातें करे फिकर अनोखी नार।।
हिंदी पहेली दोहा-9
बाल नुचे कपड़े फटे मोती लिए उतार।
यह बिपदा कैसी बनी जो नंगी कर दई नार।।
Hindi Adhyatimik Paheliyan Answer
उत्तर1=बगुला ,उत्तर2=चक्की, उत्तर3=भुट्टा, उत्तर4=कुम्हार की चाक, उत्तर5=बयाँ पंछी का घोंसला, उत्तर6=कुम्हार, उत्तर7=अरहर की दाल, उत्तर8=सुपारी, उत्तर9=भुट्टा (छल्ली)